देहरादून – राजधानी देहरादून के एक निजी होटल में उत्तराखंड में जैविक खेती और उत्पादों को बढ़ावा देने के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कृषि मंत्री गणेश जोशी की मौजूदगी में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
बता दें कि इस दौरान विश्व की पहली जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने वाली जर्मनी की IFOAM कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री धामी और कृषि मंत्री गणेश जोशी ने बैठक भी की।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जैविक उत्पादों की भारी मांग के चलते जैविक खेती किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है जिसके लिए उत्तराखंड सरकार जैविक जगत में अपनी पहचान बनाने के लिए काफी प्रयास कर रही है।
इस कार्यशाला का सबसे अहम मकसद किसानों की आय दोगुनी करने और प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने को लेकर रहा है। बहरहाल, अब देखना होगा कि ‘ऑर्गेनिक फील्ड’ में राज्य सरकार और कृषि मंत्रालय के ये तमाम प्रयास कितने कारगर साबित होते हैं।